What is the different between Needs and Wishes
एक लड़का था जो मेरे साथ काम करता था उसके पास 3 लाख की बाइक थी, एक दिन मैंने उससे पूछा कि 3 लाख में तो एक बहुत अच्छी कार आ जाती है वो क्यों नही ली क्योंकि तुमने जो बाइक ली है उसमें सिर्फ एक इंसान बैठ सकता है उसमें 4 5 बैठ सकते थे और खाने के मुकाबले में भी ये कार के बराबर ही थी फिर कार क्यों नही ली।
उसने मुझसे कहा कि फैशन है इस गाड़ी की, जब मै इस गाड़ी को लेकर निकलता हु तो 1 किलोमीटर तक लोग मुझे देखते है और दूसरी इसकी आवाज जो 1 किलोमीटर तक लोगो के कानों में गूंजती है और ये 10 सेकंड में 100km/h की स्पीड पकड़ लेती है,
अब इसे कहते है अपनी ख्वाईश पूरी करना, अब यही बाइक अगर किसी ऐसे इंसान के पास होती जो अपनी जरूरत के हिसाब से जीता है और अगर उनको मैं ये सवाल पूछता तो वो बताता की... देख भाई मेरा घर ऑफिस से 30km दूर है और इस बाइक के सहारे में 10 मिनट पहोच जाता हूं और अगर कोई सस्ती गाड़ी लेता तो देर भी लग जाती और खर्चा करना पड़ता वो अलग,
हमें लगता है कि हम अगर महेंगी गाड़ी लेकर निकलेगें तो लोग दूर दूर तक हमें देखेंगे लेकिन लोग हमें नही बल्कि उस गाड़ी को देखते है जो आपके पास है आपका चेहरा तो 100 में से एक इंसान ने ही नोटिस किया होगा और वो भी एक क्षण के लिए,
अब कुछ लोग सोचते होंगे कि कोई बात नही पराये लोग गाड़ी को नोटिस करते है लेकिन अपने तो हमें ही नोटिस करते है ना और अपनो को दिखाने के लिए तो इतना खर्चा किया है लेकिन वहां पर भी हम गलत साबित हो जाते है क्योंकि उसको दिखाने के लिए हम जो चीज़ लेते है उसे देखकर वो हमें नोटिस नही हमसे जलन करते है और हमें अपने आप से अलग समझने लगते है,
अब जिसके पास बहुत पैसा है वो जरूरत या ख्वाहिश दोनो को इग्नोर करके अपने हिसाब से कुछ भी ले सकते है लेकिन जिसके पास पैसे नही है और EMI पर लेते है वो समस्या है क्यों 15000 हजार सैलरी वाले इंसान 3 लाख की गाड़ी लेकर घूमते है तो वो वैसी ही अच्छे नही लगते है,
What is the major difference between wish, desire, want, and need?
मेरे साथ एक और लड़का काम करता है जिसकी सैलरी दस हजार है लेकिन फोन लिया पचास हजार वाला, अब मुझे इससे कोई प्रॉब्लम नही है लेकिन जब मेरे 8 हजार वाले मोबाइल में उसने यूट्यूब को लोड होते देखा तो बोलने लगा कि अगर ऐसा मोबाइल मेरे पास होता तो में उसको अभी तोड़ देता, मैंने बोला कि भाई इसमे क्या प्रॉब्लम है, उसने अपने मोबाइल में यूट्यूब खोलते हुए दिखाया और बोला कि देखो...
मैंने कहा की सेम ही तो है उसने कहा फिर से देखो मैंने कहा कि सेम ही तो है, उसने कहा कि तुम्हारे में जो राउंड राउंड लोड होता है ऍप्लिकेशन ओपन होने से पहले वो इसमे नही होता, मैंने कहा कि हा तो उसका क्या? उसने कहा को मिनी सेकंड में कोई भी ऍप्लिकेशन ओपन हो जाती है इसमें और तुम्हारा लोड होता है,
मैंने अपना मोबाइल साइड में रखकर बोला कि मेरे मोबाइल में यूट्यूब 1 2 सेकंड में ओपन होता है तुम्हारे में मिनी सेकंड में ओपन होता है इसमें मेरा मोबाइल तोड़ने की कहा बात आई, अब जब मै मोबाइल लेने गया था तो मैंने दुकानवाले से पूछा था 5000mah बैटरी वाला कोई भी मोबाइल दे दो क्योंकि मेरे लिए वही इम्पोर्टेड है अब 1 2 सेकंड बचाकर में क्या करूँ,
उसने मुझसे कहा कि सामने देखो अंधेरा है फिर भी मैं अपने मोबाइल से फ़ोटो लूंगा तो भी सब कुछ क्लियर दिखाई देंगा, मैंने कहा फिर भी मेरा मोबाइल तोड़ने की क्या जरूरत है, उसने कहा रहने दो तुम नही समझोगे और मैंने भी मन ही मन सोच लिया कि ऐसी चीज़ें मुझे कभी समझमें ना ही आये तो अच्छा है,
पता नही कौन सही है या गलत लेकिन इतना पता है कि अगर आप उन लोगों में से है जो देर से लेंगे लेकिन मर्सडीज लेंगे तो बस इतना याद रखें कि अल्टो को देखकर मुस्कुराने वाले इंसान का मजाक मत उड़ाना क्योंकि कुछ लोग सिर्फ जरूरत के हिसाब से जिंदगी जीते है,
बस यही है मेरी जिदंगी की आज की सीख....
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