3 Amazing experiences in Hindi | always Trust strangers
अभी कोरोना का कहर चल रहा है मेरे गांव में कुछ ज्यादा ही कहर चल रहा है कोरोनावायरस का नहीं लेकिन अफवाहों का। ऐसी ऐसी अफ़वाह उड़ रही है कि दिमाग काम करना बंद कर देता है।
कल मेरे पड़ोस में एक भिखारी भीख मांगने के लिए आया और उसे यह सोचकर दरवाजे के अंदर नहीं घुसने दिया कि वह शायद हमें कोरोनावायरस देने के लिए आया है क्योंकि वह अनजान था।
मैं हमेशा यह सोचता हूं कि कौन है ये अनजान लोग जिससे हमेशा हम डरते रहते हैं जब भी घर से बाहर निकलते हैं तो मम्मी कहती है अनजान लोगों से बातें मत करना अनजान लोगों से दूर रहना मगर क्या होगा अगर हम अनजान लोगों से बातें कर ले थोड़ा उनके करीब जाए।
बचपन में अक्सर सुना करते थे कि लाल गाड़ी से दूर रहना क्योंकि लाल गाड़ी वाले लोग तुम्हें उठाकर ले जाते हैं इसके पीछे का लॉजिक आज तक पता नही चला कि लाल गाड़ी वाले लोग ही बच्चों को क्यों उठा कर जाते है सफ़ेद गाड़ी वालो को क्या प्रॉब्लम है।
जिस तरह से रामायण के रावण की खराब छबि हमारे दिमाग मे छाप दी गई उसी प्रकार लोगो ने अनजान लोगों की छबि हमारे दिमाग मे डाल दी। हमे यही लगता है कि अनजान लोग खतरनाक होते है लेकिन आज मैं कुछ ऐसी बाते लिखना चाहता हु जिसने मेरा नज़रियों को बदला है।
यह कहानिया है प्रवीण की जो एक पब्लिक स्पीकर है जिसने TEDx पर स्पीच दी थी और उसी स्पीच में से 3 घटनाएं मुझे बहुत पसंद आई अगर आपको इंग्लिश आती है तो मैं आपको निवेदन करता हु मेरे ब्लॉग को पढ़ने के बजाय उस स्पीच को यूट्यूब में देखे।
प्रवीण ने अपने जिंदगी में 3 ऐसी सफर की जिसे सुनने के बाद हमारा अनजान लोगों को देखना नज़रिया बदल जाएगा और नज़रिया बदला मतलब जिंदगी बदली। पहली सफर की बात करते है।
1st Amazing experiences | always Trust strangers
जब प्रवीण ट्रैन जा रहा था तब एक इंसान ने उसे पूछा कि कहा जा रहे हो दोस्त। तब प्रवीण ने कहा कि में शांतिनिकेतन जा रहा हु लेकिन उस इंसान ने कहा कि शांतिनिकेतन मत जाओ इसके बजाए श्रीनिकेतन जाओ क्योंकि वहां पर मेला लगा हुआ है इतना बोलकर वो इंसान वहां से चला गया।
प्रवीण उस इंसान की बाते सुनकर श्रीनिकेतन जाने का फैसला किया। जब वह स्टेशन पर उतरा तभी एक इंसान ने उससे पूछा कि तुम्हे श्रीनिकेतन जाना है तो मेरे साथ चलो और वो वही इंसान था जो उसके साथ ट्रैन में था। प्रवीण उसके साथ बैठ गया।
जब दोनों वहां पर पहोचे तो उसने देखा कि यहां पर कोई मेला नही था। उस इंसान ने प्रवीण से पूछा कि आज रात को कहा रहोगें। प्रवीण ने कहा कि पता नही। तब उस इंसान ने कहा कि तुम मेरे साथ रह सकते हो।
एक इंसान जिसने उसको गुमराह किया उस इंसान के साथ प्रवीण ने रहने का फैसला कर लिया। रात को क्या हुआ उसकी बात लास्ट में करते है। फिलहाल दूसरी घटना पर आते है।
2st Amazing experiences | always Trust strangers
दूसरी जगह जिसका नाम था gokarna, पूरा दिन घूमने के बाद जब प्रवीण रात को होटल की खोज में एक होटल पर पहोचा। होटल के बहार एक अंकल बैठे हुए थे। प्रवीण ने उससे पूछा कि क्या मुझे यहाँ पर कमरा मिल सकता है। अंकल ने कहा कि ये होटल बंध है। प्रवीण ने पूछा क्यों..
अंकल ने कहा कि कुछ दिन पहले एक इंसान ने यहां आत्महत्या कर ली थी। प्रवीण ने कहा कि होटल बंध क्यों किया। अंकल ने कहा कि पुलिस को लगता है कि यहां पर हत्या हुए है।
कुछ देर बाते करने के बाद प्रवीण ने उस होटल में एक कमरे का इंतजाम कर लिया। वह कमरे में जा रहा तभी उसने एक अनजान औरत देखी जिसको देखने पर वह घबरा गया। कमरे में जाकर वह बहुत ही नर्वस था। उसने कमरे में पड़ी एक पानी की बोतल को उठाया लेकिन उसके अंदर से आवाज आई कि तुम एक गलत जगह पर गलत वक़्त पर हो।
वह उस बोतल को देखकर सोचने लगा कि यह वही रूम है जहां मर्डर हुआ था और क्या पता इस बोतल में कुछ हो लेकिन कुछ वक्त बाद उसने पानी पीने के बारेमे सोचा। आगे क्या हुआ वह लास्ट में जानते है उससे पहले आखरी सफर की और चलते है।
वह उस बोतल को देखकर सोचने लगा कि यह वही रूम है जहां मर्डर हुआ था और क्या पता इस बोतल में कुछ हो लेकिन कुछ वक्त बाद उसने पानी पीने के बारेमे सोचा। आगे क्या हुआ वह लास्ट में जानते है उससे पहले आखरी सफर की और चलते है।
Last Amazing experiences | always Trust strangers
अब चलते है मलेशिया। किसी से भी बाते करने के लिए सिर्फ एक हस्ते चहरे की जरूरत है। प्रवीण ने वहां पर एक औरत को देखा और मुस्कुराया। बहुत सारी बातचीत करने के बाद उस औरत ने प्रवीण से पूछा कि कहा जा रहे हो।
प्रवीण ने अपना सफर उसके साथ शेयर किया। उस औरत ने कहा कि मेरे पति अभी मुझे पिक करने आएंगे हम तुम्हे तुम्हारी जगह पर छोड़ देंगे। सफर के दौरान प्रवीण और उस कपल की बहुत सारी बाते हुई। दोनों ने एक दूसरे के नंबर लिए।
औरत के पति ने प्रवीण से पूछा की रात को खाने का का इंतजाम है प्रवीण ने कहा कि पता नहीं। तब उस आदमी ने कहा कि तुम मुझे फोन करना मैं तुम्हें यहां से ड्राप कर लूंगा और हम रात को साथ मे खायेंगे। प्रवीण ने कहा कि ठीक है।
रात को अपना काम पूरा करने के बाद प्रवीण ने उस आदमी को फोन लगाने की कोशिश की लेकिन वह फोन लग नहीं रहा था और उसने किसी इंसान से पूछा की फोन लग क्यों नहीं रहा है उस आदमी ने उससे कहा कि तुम्हें किसी ने गलत नंबर दे दिया है।
प्रवीण ने सोचा कि ऐसा नही हो सकता। कुछ देर उसने फ़ोन लगाने की कोशिस की और बादमे सोचा कि उस इंसान के पास भी तो मेरा नंबर है वह मुझे फ़ोन जरूर करेगे। रात बहुत हो गई थी लेकिन कोई फोन नही था।
What happened next to this all experiences
उस रात जब प्रवीण ने एक अजनबी इंसान के साथ रात गुजारी जिसने उसे गुमराह किया वह इंसान उसका सबसे अच्चा दोस्त बन गया। वह एक बहुत अच्छा गाना गाता था प्रवीण ने पूरी रात उसके गाने सुने।
जिस होटल में वह पानी की बोतल लेकर खड़ा था उस कमरे में एक औरत आई जिसने उससे पूछा कि तुम क्या लोगे चाय और कॉफी...
रात को 11 बजे उस मलेशियन आदमी का फ़ोन आया कि हे प्रवीण तुम अभी भी काम कर रहे हो हम तुम्हारे फ़ोन का इंतजार कर रहे है। प्रवीण ने उन इंसान के नंबर को गलत सेव किया था।
जिस होटल में वह पानी की बोतल लेकर खड़ा था उस कमरे में एक औरत आई जिसने उससे पूछा कि तुम क्या लोगे चाय और कॉफी...
रात को 11 बजे उस मलेशियन आदमी का फ़ोन आया कि हे प्रवीण तुम अभी भी काम कर रहे हो हम तुम्हारे फ़ोन का इंतजार कर रहे है। प्रवीण ने उन इंसान के नंबर को गलत सेव किया था।
Moral of this experiences
अनजान पर भरोसा हम कभी नही करते लेकिन दुनिया मे 96% लोग आपके जैसे ही है उसका स्वभाव, उसकी आदते उसने चहेरे आपसे अलग है लेकिन इंसान आप मे से एक है। फिर भी हम अनजान लोगों से बाते करने से डरते है क्यों...
अगर हम अपना नजरिया नही बदलते तो हम 96% लोगो पर भरोसा करना छोड़ देते है जो आप जैसे है। वह अनजान लोग जो आपके क्लास में है आपकी आफिस में है आपके परिवार में है आपके पड़ोस में है।
मैं सोचता था कि दुनिया मे बुरे लोग भी तो है लेकिन सिर्फ 4% लोगो की वजह से हम 96% लोगो पर भरोशा करना छोड़ दे। लास्ट में मैं सबसे और खुदसे एक सवाल पूछना चाहता हू की हम आखरी बार किसी बुरे इंसान से कब मिले थे। आप मे से कितने लोग खूनी बलात्कारी लुटेरे को पर्सनली जानते है।
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