Women's day: today we are talking about women's day, Who is the biggest enemy of women,
महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है ? Who is the biggest enemy of women
बुंदेले हरबोलों के मुंह से
हमनें सुनी कहानी थी
खूब लड़ी मर्दानी वो तो
झांसी की रानी थी।
एक दिन मेरी cousin sister अपने मुंह में दुपट्टा लगाकर कॉलेज जा रही थी मैंने उससे पूछा कि तुमने अपने मुंह पर दुपट्टा क्यों लगाया है तुम्हारा चेहरा काला ना पड़ जाए इसलिए। उसने मुझे कहा “नहीं" मैंने कहा “फिर क्यों लगाया है" उसने कहा कि “कोई मुझे बुरी नज़र से देखे नही इसलिए"
मैंने अपनी बहन से कहा कि “अगर कोई तुम्हें बुरी नजर से देखता है तो दुपट्टा तो उन्हें अपने चेहरे पर लगाना चाहिए क्योंकि नजर उसकी खराब है तुम्हारी नहीं फिर तुम्हें क्यों पहना है" उसने मुझसे कहा कि “ मेरी मा ने लगाने को कहा है" मैंने फिर बहस छोड़ दी।
कल women's day था इसलिए मैं सोच रहा था कि मुझे महिलाओं के बारे में तो लिख ना ही चाहिए मुझे कुछ सूझ नहीं रहा था लेकिन जैसे ही मुझे इस incidents की याद आई तो मैने सोचा कुछ लिखते है।
मेरी एक cousin sister को छोड़ कर बाकी सब ने सिर्फ सातवी तक ही पढ़ाई की है क्योंकि हमारे गांव में से सातवीं तक ही पढ़ाया जाता था आगे की पढ़ाई के लिए हमने सिर्फ 4 किलोमीटर दूर जाना पड़ता था इसीलिए मेरी सारी बहनों ने पढ़ाई छोड़ दी क्योंकि उनकी माँ नही चाहती थी कि वे इतना दूर पढ़ने जाए।
इतना सब कुछ देखने और सुनने के बाद मुझे ये पता चला कि महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है, कल women's day के अवसर पर मैंने एक वीडियो भी देखी जो हमेसा की तरह आपको जरूर दिखाऊँगा।
इतना सब कुछ देखने और सुनने के बाद मुझे ये पता चला कि महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है, कल women's day के अवसर पर मैंने एक वीडियो भी देखी जो हमेसा की तरह आपको जरूर दिखाऊँगा।
महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है ?
क्या आप लोग को पता है कि महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है। वह लोग हैं जो महिलाओं की इज्जत करना नहीं जानते। वह लोग है जो महिलाओं को आगे बढ़ने देना नही चाहते। वो लोग है जो महिलाओं को निम्न कक्षा गिनते है। इनमें से एक भी महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन नही है ये सब भी दुश्मन है लेकिन महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन कौन है।
महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन खुद महिलाएं है सच कह रहा हूं एक लड़की जिंदगी मैं बड़ा इसलिए नहीं सोच सकती क्योंकि उसकी मां कभी नहीं सोच पाई। महिलाएं कमजोर इसलिए नहीं है कि दुनिया उसे कमजोर मानती हैं महिलाएं कमजोर इसलिए है क्योंकि वह खुद अपने आप को कमजोर समझती हैं।
दुनिया में सबसे ज्यादा दर्द पता है कब होता है जब हम जलते हैं और दूसरा सबसे ज्यादा दर्द उस मां को होता है जब वह बच्चे को जन्म देती हैं डॉक्टर कहते हैं इतना दर्द सहन करना किसी पुरुष के बस की बात नहीं है फिर भी महिलाएं अपने आप को कमजोर समझती हैं।
महिलाएं आज भी सोच रही है कि दुनिया बदलेगी तब हम बदल जाएगी लेकिन दुनिया कभी नहीं बदलने वाली बदलना उन्हें खुद को है। इंसान कमजोर तब नहीं होता जब दुनिया उसे कमजोर समझती है इंसान कमजोर तब होता है जब वह खुद को कमजोर समझता है।
आज यूट्यूब में वीडियो देखते देखते एक ad आई थी जिसमें एक पत्नी सुबह उठकर घर के ढेरों काम कर रही थी। कुछ दिन बाद वह अपने पति से कहती हैं कि मुझे ब्रेक चाहिए लेकिन पति उससे कहता है कि तुम्हें किस बात का ब्रेक चाहिए तुम तो पूरा दिन घर पर ही होती हो तुम थोड़ी ना काम पर जाते हो।
बहुत दुख हुआ यह सुनकर के घर काम को सब लोग आसान समझते हैं लेकिन सच्चाई ये है कि housewife से ज्यादा काम दुनिया में कोई नही करता। फिर भी महिलाओं को लगता है वह कमजोर है।
अब करना क्या है वो मैं कौन होता हु बताने वाला। आप उनसे सुनिए जो बताने योग्य है जिनसे मैं सीखता हु। इस वीडियो को देखने के बाद शायद महिलाओं को पता चले कि उनसे बड़ा दुनिया मै कोई नही है।
बस यही है मेरी जिंदगी की आज की सीख...
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