पैसे का महत्व क्या है What is the importance of money in hindi
गाड़ी को चलाने के लिए जिस तरह पेट्रोल जरूरी है उसी तरह जिंदगी को चलाने के लिए पैसा जरूरी है। लेकिन पैसों को उतना ही महत्व देना चाहिए जितना महत्व हम पेट्रोल को देते हैं। अब जो मैं लिखने वाला हु उसे ध्यान से और कम से कम 3 बार पढ़ना…
हम गाड़ी को चलाने के लिए पेट्रोल खरीदते हैं पेट्रोल खरीदने के लिए गाड़ी नहीं चलाते इसी तरह हमें जिंदगी को चलाने के लिए पैसे कमाने हैं पैसे कमाने में जिंदगी नही गुजारनी।
हम रोज सुबह उठकर गाड़ी में पेट्रोल डालने नहीं जाते क्योंकि हमारी गाड़ी में उतना पेट्रोल तो होता ही है की हमें कम से कम कुछ दिनों के लिए परेशानी नहीं होगी इसी तरह हमारे पास कम से कम इतने पैसे होने चाहिए जो हमारी जरूरत को पूरा कर सके,
जरूरत को पूरा करने के लिए पैसे कमाने चाहिए ख्वाहिश को पूरा करने के लिए नहीं क्योंकि ख्वाहिश तो राजा की भी खत्म नहीं होती। जब आप जरूरत से ज्यादा पैसा इकट्ठा करने लग जाते हो तब वह पैसा आपके किसी काम का नहीं रहता। मैं आपको अपनी एक बात शेयर करता हूं,
मेरे लिए पैसे का महत्व क्या है value of money in our life
मैं तकरीबन 6th या 7th कक्षा में था तब जन्माष्टमी का वेकेशन खत्म करने के बाद मेरे पापा मुझे होस्टल छोड़ने गए। जन्माष्टमी के बाद हमारे होस्टल के पास मेला लगता है जहां पर हम सारे बच्चों को वहां के सर घुमाने के लिए ले जाते हैं।
मेरे पापा ने मुझसे पूछा कि तुम्हें कुछ पैसे चाहिए मैंने तुरंत मना कर दिया क्योंकि मुझे पता था कि मेरे पापा मुझे 5 या 10 रुपए देने वाले हैं और मेरे सारे दोस्त मेरे पास ही खड़े थे इसलिए मुझे इतने पैसे लेने में शर्म आ रही थी इसलिए मैंने पापा से साफ साफ मना कर दिया मुझे कुछ पैसे नहीं चाहिए।
मेरे पापा ने अपनी जेब से रुमाल निकाला जिसमें वह पैसे रखते थे और आप लोग सोचोगे नहीं दोस्तों मेरे पापा ने मुझे ₹5 रुपए नहीं दिए और ना ही ₹10 रुपए दिए मेरे पापा ने मुझे ₹20 दिए। मैं खुश हो गया क्योंकि उस वक़्त 20 रुपए 200 से समान थे।
अब मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही बात चल रही थी की मै इस मेले में 8 पकोड़ी खाऊँगा। क्योंकि उस 5 रुपए 2 पकोड़ियां मिलती थी आज तो 10 की एक मिलती है। और 10 रुपए का कोई खिलौना खरीदूँगा।
अब मेरे पास कुल मिला कर ₹30 रुपए होने वाले थे क्योंकि मेले के दिन हमें हॉस्टल के स्टाफ की ओर से 10 10 रुपए दिए जाते थे but इस बार चमत्कार हो गया। हम सब लोगों को ₹10 रुपए की जगह पर 20 20 रुपए दिए गए और इसी तरह मेरे पास 40 रुपए हो गए।
जैसे ही मेरे पास ₹40 रुपए हुए मैं सोचने लगा कि अगर मेरे पास ₹50 रुपए होते तो कितना अच्छा होता क्योंकि हम ठहरे indian और हम लोगों सबकुछ round figure मैं मिलता है तो अच्छा लगता है।
जीवन में पैसो का महत्व कितना है
राहुल नाम का मेरा एक दोस्त था जिसके पापा बहुत बड़े कॉन्ट्रैक्टर थे और उसके पास कुल मिलाकर 120 रुपए थे। वह मेरा बहुत अच्छा दोस्त था उसने मुझसे पूछा कि तुम्हारे पास कितने पैसे है मैंने कहा कि 40 रुपए है तो उसने मुझे 10 रुपए दे दिए।
मैंने उनसे पैसे मांगे नहीं थे लेकिन पता नहीं कैसे उस वक़्त मैं मना भी नही कर पाया क्योंकि मुझे कैसे भी करके 50 के आंकड़े को पार करना था। मैं आज भी कई बार ऐसा सोचता हूं कि उसने मुझे पैसे दिल से दिए थे या फिर ऐसे ही मुझे पूछ रहा था और मैंने उससे पैसे ले लिए।
अब मेरे पास ₹50 रुपए हो गए थे लेकिन अंदर ही अंदर मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं करोड़पति बन गया हूं ये बात अलंग है कि मुझे तब पता नही था कि करोड़ में कितने जीरो आते है।
अब मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा था मैं सोच रहा था कि इतने सारे पैसे का मैं करूंगा क्या। जब हम सब लोग मेले में गए तो मेरा पूरा वक़्त सिर्फ सोचने में चला गया कि मैं सबसे पहले क्या करूं,
सच कहु तो मेरा मन उस पैसो को इस्तेमाल करना ही नही चाहता था और आखिर तक मैंने कुछ नही किया। जब वापस hostel जाने का वक़्त हुआ तब मेरे पास उतने ही पैसे थे। पैसो को इकट्ठा करने के चक्कर में मैं कोई एन्जॉयमेंट नही कर पाया।
लोगो के पास जिंदगी होती तो है लेकिन जिंदगी जीते बहुत कम लोग है बाकी सब मेरी तरह सोचने मैं बिता देते है। पैसा कमाना बुरी बात नही है लेकिन सिर्फ पैसा ही कमाना ये बुरी बात है
अब मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा था मैं सोच रहा था कि इतने सारे पैसे का मैं करूंगा क्या। जब हम सब लोग मेले में गए तो मेरा पूरा वक़्त सिर्फ सोचने में चला गया कि मैं सबसे पहले क्या करूं,
सच कहु तो मेरा मन उस पैसो को इस्तेमाल करना ही नही चाहता था और आखिर तक मैंने कुछ नही किया। जब वापस hostel जाने का वक़्त हुआ तब मेरे पास उतने ही पैसे थे। पैसो को इकट्ठा करने के चक्कर में मैं कोई एन्जॉयमेंट नही कर पाया।
लोगो के पास जिंदगी होती तो है लेकिन जिंदगी जीते बहुत कम लोग है बाकी सब मेरी तरह सोचने मैं बिता देते है। पैसा कमाना बुरी बात नही है लेकिन सिर्फ पैसा ही कमाना ये बुरी बात है
अब वक्त बदला है और साथ साथ मैं भी बदल गया। आप भी कोशिस करना अगर हो सके तो वरना मुझे और आपको किसके बाप का उधार चुकाना है।
1 टिप्पणियाँ
Sahi hai
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