Wonderful motivational story about our loving parents

Wonderful motivational story about our loving parents
Wonderful motivational story about our loving parents

क्या गजब की story पढ़ी आज मैंने, कसम से मेरा brain चकराने लगा और मैं सोचने लगा कि इस  story का सच्चा writer कौन होगा,  because आजकल पता ही नहीं चलता कि किसने किस का सर्जन किया है,

जैसे कि अभी मैं उस story को यहां पर लिखूंगा तो कुछ people को लगेगा कि वह कहानी मैंने बनाई है और मैंने जहां से पढ़ी है वहां से मुझे ऐसा लगा होगा की यह story उस इंसान ने बनाई है, but आज जब मैंने इस कहानी का सच्चा writer खोजने में वक़्त निकाला तो एक ओर intresting बात सामने आई, 

मैंने एक बात महसूस की है कि जो कुछ भी इंसान बनाता है वह घटना exull में पहले ही संसार के किसी कोने में बन चुकी हुई एक घटना में से एक होती है, कभी कभी मैं खुद किसी thought को अपने दिमाग मे develop करता हु तब भी लगता है कि यह content मेरा नही है, इसलिए इस बात पर कोई चर्चा नहीं करते है, सीधा बात करते हैं उस story की जो आज मैंने सुनी है सच में कहानी सुनकर इतना अच्छा लगा और मैं इतना shocked भी हो गया, ये सब छोड़िये और story पढ़िए,

Wonderful motivational story about our loving parents


एक लड़का था जो अपने parents से परेशान होकर और अपने wide के बहकावे में आकर उसने यह decision कर लिया कि वह अपने parents को  वृद्धाश्रम में छोड़कर आएगा, 

Exully यहां पर एक twist है जब मैं इस story के ऊपर deeply Discover कर रहा था तब मुझे कहीं कहीं यह लिखा हुआ दिखा कि एक लड़का था जो अपने Father से परेशान होकर उसे वृद्धाश्रम में छोड़ने के लिए गया और कहीं कहीं ये written था कि एक लड़का था जो अपनी mother से परेशान होकर उसे वृद्धाश्रम में छोड़ने के लिए गया, but इससे हमें कोई फर्क नही पड़ता because कहानी का सार वही रहेगा,

तो हुआ यूं कि जब वह अपने parents को वृद्धाश्रम छोड़ने के लिए गया और वहां जाकर उसने अपने parents को वृद्धाश्रम के जो manager होता है उसको सौंपा और कुछ formality जो होती है उसे पूरी करके वह अपनी wife के साथ वृद्धाश्रम के बाहर निकल गया,

Suddenly उसकी wife ने उसे कहा कि एक काम करो वापस अपने parents के पास जाओ और उसे कहो कि किसी भी festival में भी हमारे घर पर आने की जरूरत नहीं, यह सुनकर लड़का वापस वृद्धाश्रम में गया और तब उसने देखा कि उसके parents उस मैनेजर के साथ इस तरह से बात कर रहे हैं जैसे की वह एक दूसरे को बरसों से पहचानते हो, 

यह देखकर वह लड़का उस manager के पास गया और उससे पूछा कि “क्या आप मेरे parents को जानते हो" तब manager ने कहा कि “हां बहुत साल पहले इसी दो महापुरुषने हमारा जो अनाथालय है उसमें से एक बच्चे को गोद लिया था,

उसके बाद क्या हुआ उसे जानने का कोई meaning नहीं है because सब जानते हैं अगर लड़का समझदार होगा और उसका brain काम कर रहा होगा तो maybe उसे अब पता चल गया होगा कि उसे आगे क्या करना है but  हमें तो इस घटना से बहुत कुछ सीखने मिल गया and हमारा काम भी यही था कि कुछ ना कुछ सीखना जरूरी है वरना मसाला तो टीवी में भर भर कर दिया जाता है,

बस यही थी मेरी जिंदगी में आज की सिख....