प्रकृति का एक अनोखा नियम A unique law of nature

प्रकृति का एक अनोखा नियम A unique law of nature
प्रकृति का एक अनोखा नियम A unique law of nature

कल दोपहर को मैं मेरा छोटा भाई और मेरा एक cousin brother साथ में बैठे थे कुछ देर बाद हम सब को भूख लगी, घर में खाना तो था but हम को बाहर का कुछ खाने का दिल किया इसलिए मेरा cousin brother और  छोटा भाई बाहर गए और बहुत सारे वेफर्स और बिस्किट लेकर आए,

जब हम लोग नाश्ता कर रहे थे तब मेरे मोबाइल में मेरे एक friend का call आया और मैं उस call को attend करने के लिए बाहर चला गया और जब मैं बाहर से वापस आया तब मैंने देखा कि उन दोनों ने अपना नाश्ता पूरा कर लिया था और सिर्फ मेरे हिस्से का नाश्ता बचा हुआ था, 

जब में अपने हिस्से का नाश्ता आ रहा था तब मेरे cousin brother ने मुझे  कहा कि तुम मुझे कुछ बिस्कुट दो बदले में मैं तुम्हें कुछ वेफर्स देता हूं, मुझे पता था उसके पास कुछ नही है फिर भी मैंने अपने कुछ बिस्किट उसे दिए और उसके तुरंत बाद उसने हँसते हुए कहा कि मेरे पास कुछ नही है, यह देख कर मैं हंस रहा था तो मेरे छोटे भाई ने मुझसे कहा कि तुम्हें बुरा नहीं लग रहा है उसने तुम्हें cheat कर लिया,

प्रकृति का एक अनोखा नियम A unique law of nature


मैंने उससे कहा कि इसके पीछे दो cause हैं सबसे पहला कि “मुझे सिर्फ कुछ बिस्किट की वजह से बुरा नहीं लग सकता" और दूसरा cause जो इसे पढ़े रहा है उसके लिए सीखने जैसा है और आज का जो मेरा blog है उसका Main point वही कारण है जिसको मैं अभी बताने वाला हु,

मैंने कहा कि “कुदरत का एक Rule है जो लोग दूसरों को धोखा देते है उन लोगों को कुदरत उनके धोखे से भी 3 गुना बड़ा धोखा देती है" कुछ लोग होंगे यहां जो सोचेंगे यह सब तो बकवास है ऐसा कुछ नहीं होता, सच कहूं तो मैं भी उन्हीं लोगों में से था जो इन सब को Rubbish मानते हैै

मेरा नजरिया तब बदला जब मैंने आज पूरे दिन अपने cousin brother को observe किया, कल मेरे cousin brother ने मेरे चार बिस्किट खाए थे जो सिर्फ एक या दो रुपए के आते हैं but आज उनके हाथों से ₹10 की Ice Cream फिसल गई, और इतना ही नहीं सबसे बड़ा झटका तो तब लगा जब वह recharge करवाने गया और गलती से recharge दूसरे के नंबर पर चला गया और उन्हें ₹199 का नुकसान हो गया,

प्रकृति का एक अनोखा नियम A unique law of nature


अब आप लोग सोच रहे होंगे कि यह सारी बातें मैं आप लोगों को क्यों बता रहा हूं but यकीन मानिए मैं यह सारी बातें आपको नहीं खुद को बता रहा हु और इसलिए बता रहा हूं because आज के बाद मैं इस कुदरत के Rule को कभी भूलना नहीं चाहता, 

अब बात रही आप लोगों की तो आपसे तो मैं क्या कहूं आप सब लोग जो इसे पढ़ रहे हैं वह मुझसे ज्यादा ही Wise होगे, इसलिए फैसला मैं आप पर छोड़ता हूं कि आप  इस कुदरत के Rule पर भरोसा करना है या नहीं करना है, 

बस यही थी मेरी जिंदगी में आज की सिख....