Short motivational story हमेशा शुरुआत जरूर करना
![]() |
Short motivational story |
एक गांव के किसी एक घर में आग लग गई, आग लगने के बाद उस गांव के एक इंसान ने सबसे पहले fire brigade को फोन लगाया उसके बाद कुछ लोग आग बुझाने लगे और कुछ लोग तमाशा देख रहे थे दूर खड़े रहकर ,
आप अगर कल्पना करके देखे तो माहौल कुछ इस प्रकार था कि कुछ लोग आग को बुझाने की कोशिश कर रहे थे कुछ लोग उसकी वीडियो बना रहे थे कुछ लोग दूर खड़े देख रहे थे और दो चार लोग fire brigade का इंतजार कर रहे थे लेकिन इसमें कुछ भी देखने लायक नहीं था देखने जैसी बात यह थी कि ,
एक चिड़िया थी जो अपनी चोंच में थोड़ा थोड़ा पानी भरकर उस आग में डाल रही थी मै जानता हूं कि आपको यह जानकर हैरानी हो रही होगी और कुछ लोगों को तो हंसी भी आ रही होगी ,
जिन लोगों को यह बात सुनकर हंसी आ रही है उन लोगों को मैं बता दूं कि आप अकेले नहीं हैं इस बात को सुनकर हंसने वाले, आप लोगों के साथ एक और भी था जिसका नाम है कौवा , जी हां दोस्तों आपने सही पढ़ा कि एक कौवा था जो दूर से यह सब कुछ देख रहा था और चिड़िया पर हंस रहा था,
हम लोग तो उस छोटी सी और प्यारी सी चिड़िया के पास जाकर उसे पूछ नहीं सकते कि वह ऐसा क्यों कर रही है क्योंकि वह और उनकी भाषा हमें समझ में नहीं आएगी लेकिन कौआ था जिसे चिड़िया की भाषा समझ में आ जाएगी और इसीलिए कौवा कुछ देर बाद चिड़िया के पास गया और उससे पूछा ,
अरे पगली तू चाहे जितनी भी महेनत करले लेकिन यह आग तुझसे नहीं बुझेगी फिर क्यों तू इतनी कठोर परिश्रम कर रही है। तब चिड़िया बोली कि,
मैं जानती हूं कि मेरे बुझाने से यह आग नहीं बुझेगी लेकिन इतिहास में जब भी यह घटना को दोहराया जाएगा तब मेरी गिनती बुझाने वालों में आएगी और तुम्हारी गिनती तमाशा देखने वालों में आएगी,
आप अगर कल्पना करके देखे तो माहौल कुछ इस प्रकार था कि कुछ लोग आग को बुझाने की कोशिश कर रहे थे कुछ लोग उसकी वीडियो बना रहे थे कुछ लोग दूर खड़े देख रहे थे और दो चार लोग fire brigade का इंतजार कर रहे थे लेकिन इसमें कुछ भी देखने लायक नहीं था देखने जैसी बात यह थी कि ,
Short motivational story in Hindi
एक चिड़िया थी जो अपनी चोंच में थोड़ा थोड़ा पानी भरकर उस आग में डाल रही थी मै जानता हूं कि आपको यह जानकर हैरानी हो रही होगी और कुछ लोगों को तो हंसी भी आ रही होगी ,
जिन लोगों को यह बात सुनकर हंसी आ रही है उन लोगों को मैं बता दूं कि आप अकेले नहीं हैं इस बात को सुनकर हंसने वाले, आप लोगों के साथ एक और भी था जिसका नाम है कौवा , जी हां दोस्तों आपने सही पढ़ा कि एक कौवा था जो दूर से यह सब कुछ देख रहा था और चिड़िया पर हंस रहा था,
हम लोग तो उस छोटी सी और प्यारी सी चिड़िया के पास जाकर उसे पूछ नहीं सकते कि वह ऐसा क्यों कर रही है क्योंकि वह और उनकी भाषा हमें समझ में नहीं आएगी लेकिन कौआ था जिसे चिड़िया की भाषा समझ में आ जाएगी और इसीलिए कौवा कुछ देर बाद चिड़िया के पास गया और उससे पूछा ,
अरे पगली तू चाहे जितनी भी महेनत करले लेकिन यह आग तुझसे नहीं बुझेगी फिर क्यों तू इतनी कठोर परिश्रम कर रही है। तब चिड़िया बोली कि,
मैं जानती हूं कि मेरे बुझाने से यह आग नहीं बुझेगी लेकिन इतिहास में जब भी यह घटना को दोहराया जाएगा तब मेरी गिनती बुझाने वालों में आएगी और तुम्हारी गिनती तमाशा देखने वालों में आएगी,
दोस्तो ऐसा है कि कभी कबार कुछ काम करने की starting करते time हमें लगता है कि हमारे अकेले के करने से क्या होगा , but आज मैं आपको यह बता देना चाहता हूं कि आपके अकेले से करने से भले ही कुछ न हो लेकिन History में आप की गिनती तमाशा देखने वालों में ना आए इसलिए starting जरूर करना ,
बस यही थी मेरी जिंदगी में आज की सिख....
बस यही थी मेरी जिंदगी में आज की सिख....
0 comments:
Share your experience with me