Island का सफ़र part 14 Robins and Joseph


Island की सफ़र
Island का सफर  एक बहादुर बच्चे की कहानी 

वह दोनों गांव की ओर निकले और सोचा कि शायद कुछ बातें पता चले उस रात के बारे में जो रात उसने अपने खेत में गुजारी थी जब वह गांव के अंदर पहुंचे तो उन्होंने कुछ लोगों की बातें सुनी कि कल रात गांव में एक शेर आया था उन दोनों को सब कुछ पता चल गया कि आखिर कल रात ऐसा क्या हुआ था जो कुत्ते भौंक रहे थे दोनों कुछ देर के लिए उन लोगों के बातें सुनी और फिर वहां से निकल गए ,

रास्ते में उसे बहुत सारे लोग मिले बारी बारी सब से अपनी बातें शेयर करी और कल रात के बारे में कुछ जानकारियां प्राप्त करी , बहुत घूमने के बाद दोनों अपने घर की ओर बढ़े घर जाकर सोचने लगे कि क्या करें आज रात जाए या ना जाए क्योंकि अब दोनों को बहुत डर लग रहा था कि अगर आज भी कोई शेर या फिर कोई जंगली जानवर आ गया तो लेकिन वहां जाना भी बहुत जरूरी था अगर वह वहां पर नहीं जाते तो उनकी मेहनत से बनाई हुई खेती में से अच्छे उत्पादन नहीं हो सकता था वह दोनों आपस में कुछ बातें करने लगे

जोसफ : क्या आज रात में फिर से खेत में सोने जाना चाहिए

रॉबिन्स : बिल्कुल जाना चाहिए हम किसी शेर के डर से खेत में सोना नहीं बंद कर सकते क्योंकि ऐसे तो बहुत सारे लोग होंगे जो खेत में सोते होगे

जोसफ : लेकिन तुम्हें डर नहीं लगता

रॉबिन्स : डर तो बहुत लगता है लेकिन हम अगर छोटी-छोटी बातों पर डर कर अपनी खेती को नष्ट कर देंगे तो फिर उसमें से कुछ भी निकल कर नहीं आएगा

जोसफ : सच बताऊं तो मुझे बहुत डर लगता है लेकिन अपने लिए नहीं मुझे मेरी मां के लिए बहुत डर लगता है क्योंकि मेरी मां के पास मेरे अलावा और कोई भी नहीं है

रॉबिन्स: एक काम करते हैं आज से तुम वहां पर मत सोने आना आज से सिर्फ और सिर्फ मैं वहां पर सोने जवुगा , 

जोसफ : यह कैसी बातें कर रहे हो तुम तुम्हें क्या लगता है कि मैं तुम्हें अकेले जाने दूंगा

रॉबिन्स : देखो जोसेफ तुम्हारे पास तुम्हारी मां है मेरे पास ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे मुझे नुकसान हो ,

जोसफ : अच्छा इसका मतलब तुमने अभी तक हमें अपना नहीं समझा है

रॉबिन्स : नहीं दोस्त तुम गलत समझ रहे हो मेरा कहने का मतलब  कि मेरा घर जाना शायद ना हो फिर भी मुझे अफसोस नहीं रहेगा क्योंकि यहां पर बीते हुए हर पल अब मुझे अपनापन देते हैं

जोसफ : आज के बाद कभी ऐसा मत कहना कि तुम्हारे पीछे कोई नहीं है और रात को सोने हम दोनों जायेगे 

रॉबिन्स : अगर सच कहूं तो हमें डरने की कोई जरूरत ही नहीं है क्योंकि जैसे कि मैंने तुम्हें कल बताया था कि जंगली जानवर हमें तब तक नुकसान नहीं करते जब तक हम उसे कुछ नहीं करते जै तो हमें डरने की बिल्कुल जरूरत नहीं है हम हमने कल जैसे रात गुजारी थी वैसे ही हर रात गुजर जाएगी बस हमें थोड़ी सी सावधानी रखनी पड़ेगी , 

जोसफ : सही कहा तुमने 

रॉबिन्स : वैसे आज का क्या प्रोग्राम है  तुम्हारा

जोसफ : कुछ खास नहीं दोपहर तक सोना है उसके बाद कहीं घूमने चलते है , 

रॉबिन्स : अच्छी बात है वैसे भी मैंने कल रात ठीक से नींद नहीं करी है

जोसफ : अच्छा चलो अब हम खाना खा लेते उसके बाद आराम से सो जाएंगे , लेकिन पता नहीं मां सुबह से कहां चली गई है

            (  कुछ देर बाद मां अंदर आती है ) 

जोसफ : मां तुम कहां गई थी कुछ बता कर भी नहीं गए 

माँ : बेटा कुछ सामान लेने के लिए नगर में गई थी लेकिन वहां पर मैंने सुना कि कल रात गांव में शेर आया था

रॉबिन्स : नहीं नहीं मैं गांव वाले तो यूं ही बात करते हैं कल रात हम पूरी रात खेत खेत में थे हमने तो कुछ भी नहीं देखा

माँ : अच्छा , फिर ठीक है तुम दोनों को भूख लगी होगी चलो मैं खाना लगा देती हूं खाना खाकर कुछ देर के लिए आराम ही कर लेना कोई काम करने की अभी जरूरत नहीं है , 

जोसफ : जी हां हम भी यही सोच रहे थे जल्दी से खाना दे दो ,

माँ : अच्छा चलो ,

दोनों ने खाना खाने में बहुत देर लगाई क्योंकि कहते हैं ना कि जब इंसान भूखा होता है मेरा मतलब कि जब इंसान डरा हुआ होता है तब उसे भूख बहुत ज्यादा लगती मे इसलिए उन दोनों ने खाना बहुत ज्यादा खा लिया और यह भी आपने सुना होगा कि ज्यादा खाना खाने के बाद नींद भी बहुत अच्छी आती है इसी कारण वह दोनों इतनी गहरी नींद में सो गए कि उसकी नींद शाम को 4:00 बजे उठी ,

जब दोनों उठे तब वह एकदम कमजोर महसूस कर रहे थे क्योंकि रात को जब वह खेत में सो रहे थे तब उनके शरीर के बोर्ड इधर इधर उधर हो गया है इसलिए पूरा शरीर दुख रहा था आपने कभी महसूस किया होगा कि जब आप वेट को छोड़  धरती पर सोते हैं तो सुबह उठते ही आपका शरीर एकदम से पड़ जाता है इसी प्रकार उन दोनों का भी यही हाल हुआ था कुछ देर बाद हाथ मुंह धो कर वह दोनों नाश्ता करने ना बैठे बैठे और फिर कहां घूमने जाना है वह सोचने लगे ,