How to improve our personality development #5 Hindi
personality development की सीरीज में हमने तीन चीजों के बारे में बात करि , सबसे पहले personality development की सीरीज में हमने बात करी है कन्वर्सेशन के बारे में उसके बाद बॉडी लैंग्वेज और लास्ट में हमने बात करी थी कम्युनिकेशन स्किल के बारे में , आज हम कुछ ऐसे साइन के बारे में बात करेंगे जो हमें बताते हैं कि हमारी पेर्सोनोलिटी अच्छी हैं ,
हमने अपनी पर्सनालिटी को डेवलप कर ली लेकिन हमें पता कैसे चलेगा कि हम एक परफेक्ट इंसान हैं इसलिए कुछ ऐसे साइन है जो हमें बताते हैं कि हां यार अब हम लोगों के सामने बात करने के लिए सक्षम है , बिना टाइम वेस्ट किए हम सीधे चलते हैं पेर्सोनोलिटी डेवलपमेंट के साइन की ओर ,
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How to improve your personality development |
sign of a strong personality
अपने आप से प्यार करे ( love your self )
सबसे पहला और सबसे इंपोर्टेंट साइन जो अभी मैं आप सबको बताने वाला हूं उसे हमेशा के लिए अपने दिमाग में बैठा लीजिये , दोस्तों हम सब की एक बहुत बड़ी प्रॉब्लम होती है कि हमें अपने से ज्यादा दूसरों की चीज दूसरों की पर्सनालिटी और सब कुछ हमें सिर्फ दूसरों का पसंद आता है इसलिए सबसे पहली बात यह है कि आप अपने आप से प्यार करना सीखें यह सबसे बड़ा साइन है अगर आप अपने आप को जैसे हैं वैसे एक्सेप्ट कर लेंगे तो इससे बड़ा साइन और इससे बड़ी बात पर्सनालिटी डेवलपमेंट कि इस सीरीज पर और कोई भी नहीं है जो मैं आप सब को बताना चाहता हु ,
आज कल हर इंसान सब कुछ सिर्फ और सिर्फ देखा देख मैं करता है अगर उसके पास यह है तो मेरे पास भी होना चाहिए अगर उसे यह बजाना आता है तो मुझे भी बजाना आना चाहिए हर इंसान चाहता है कि सामने वाला जो कुछ कर सकता है वह मैं भी कर सकूं लेकिन ऐसा पॉसिबल नहीं है दोस्तों सिंपल सा एग्जांपल देता हूं दोस्तों कि अगर लता मंगेशकर यह सोचे कि मुझे क्रिकेट खेलना है और सचिन तेंदुलकर यह सोचे कि मुझे एक सिंगर बनना है तो क्या वह यह कर सकते हैं
इसीलिए कहता हूं दोस्तों जो अपने पास है उसमे खुश रहना सीख लीजिए और यकीन मानिए दोस्तों जो हमारे पास है उससे बेहतर और किसी के पास कुछ भी नहीं है और यह सोच अगर आप अपने दिमाग में एक बार बैठा ले तो मैं दावा करता हूं कि आप अपने आप को पहचान पाएंगे , मैं यहां पर्सनालिटी की बात कर रहा हूं इसलिए टॉपिक चेंज कर कर मोटिवेशन के और नहीं जाना चाहता ,
दूसरा साइन है दोस्तों के किसी भी मुश्किल में यानी कि किसी भी सिचुएशन पर आपको प्रेशर में नहीं आना है हमेशा यह सोचना है कि जो मैं कर रहा हूं वह सही है , देखो यार दोस्तों अगर एक टुकड़ी या एक क्राउड का कैप्टन अगर किसी सिचुएशन से में आ जाए तो वह कभी आगे नहीं बढ़ सकता ,
कभी-कभी दोस्तों आपने देखा होगा कि क्रिकेट के दौरान जो पहली पारी खेलते हैं पह 20 ओवर में सिर्फ 80 रन या फिर 90 रन बनाकर ऑल आउट हो जाते हैं उस वक्त हम लोग सोचते हैं कि अब तो हम जीत ही गए लेकिन उस वक्त हमारी टीम का कप्तान जो हाल ही में है विराट कोहली वह यह नहीं सोचता कि वह जीत गया है क्योंकि उसे पता है कि बाजी किसी भी वक्त पलट सकती है ,
कभी-कभी दोस्तों आपने देखा होगा कि क्रिकेट के दौरान जो पहली पारी खेलते हैं पह 20 ओवर में सिर्फ 80 रन या फिर 90 रन बनाकर ऑल आउट हो जाते हैं उस वक्त हम लोग सोचते हैं कि अब तो हम जीत ही गए लेकिन उस वक्त हमारी टीम का कप्तान जो हाल ही में है विराट कोहली वह यह नहीं सोचता कि वह जीत गया है क्योंकि उसे पता है कि बाजी किसी भी वक्त पलट सकती है ,
अगर यही सिचुएशन हम पर लागू होंगे तब अगर विराट कोहली प्रेशर में आ गया तो क्या हम यह बाजी जीत सकते है इसलिए कभी भी किसी भी सिचुएशन पर प्रेशर में नहीं आना है उससे हमारा काम बिगड़ता है हमारी पर्सनालिटी बिगड़ती है , और अगर आप लोग सोचने में कामयाब हो पाएंगे तो आपको पता चल जाएगा इन सब का डायरेक्ट कनेक्शन बॉडी लैंग्वेज कम्युनिकेशन स्किल कन्वर्सेशन सब से कनेक्ट होता है ,
इमोशन में ना आए
टेबल नंबर ट्वेंटी वन में जब परेश रावल राजीव खंडेलवाल को कहता है कि मुझे सामने जाने के लिए venue flat करो तब जो राजीव करता है उसे कहते है किसी भी बात पर अपने आप को ट्रेस नहीं देना यानी कि किसी बात पर इमोशन पर नहीं आ जाना और यह सीन जिन्होंने देखा होगा उसे सब कुछ समझ में आ गया होगा कि मैं क्या कहना चाहता हूं लेकिन मैं सिर्फ उन लोगों को समझाना नहीं चाहता मैं उस हर इंसान को समझाना चाहता हूं जो या पढ़ रहा है ,
दोस्तों कभी कभी स्कूल कॉलेज या फिर हमारे जॉब सेंटर पर हमें कुछ ऐसे काम दिए जाते हैं जो हमारे लिए करना मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं उस वक्त हम नर्वस हो जाते हैं अपने आपको इमोशन में डाल देते हैं इससे हमारी पर्सनालिटी कमजोर हो जाती है लेकिन उस वक्त बिना अपने माइंड को पता किए कि आप कमजोर फील कर रहे हैं आप अगर काम पर लग जाओ तो कुछ भी हो सकता है देखा दोस्तों हर जगह पर माइंड पावर काम करता है अब आप सब को पता चल ही गया होगा कि मैं अपनी लाइफ रिलेटेड ब्लॉग पर माइंड के बारे में क्यों लिखता हु ,
False कमेंट dont पास
कुछ इंफॉर्मेशन ऐसी होती है जिसका नॉलेज हमारे पास नहीं होता है फिर भी हम लोगों के सामने अपने आप को बढ़िया साबित करने के लिए कुछ चीज पर कमेंट पास करते हैं हम जानते हैं कि हम जो बोल रहे हैं वह सही नहीं है फिर भी अपने आपको साबित करने के लिए हम अपनी बात उनके सामने रखते हैं लेकिन जो लोग स्ट्रांग पर्सनालिटी वाले हैं वह ऐसा बिल्कुल नहीं करते वह अपने बिहेवियर को साबित करने के लिए कभी भी रॉन्ग कमेंट पास नहीं करते उसी बेच पर बात करते हैं जिस पर उसके पास नॉलेज है इसलिए कभी भी उस नॉलेज पर उस टॉपिक पर बात मत करें जिस टॉपिक पर आपके पास ज्ञान नहीं है उस वक्त जो समझदार है उसके सामने आप अपने आप को गलत साबित कर रहे हो इसलिए ऐसा बिल्कुल ना करें ,
एक्शन करना
कुछ लोग अपनी लाइफ को लेकर बहुत सिक्योर होते हैं वह कभी रिस्क नहीं उठाते , वह अपने फियर और इन सिक्योरिटी को अपने ऊपर हावी होने देते हैं , लेकिन स्ट्रांग पर्सनालिटी वाले अपने फेयर से नहीं डरते अपने इन सिक्योरिटी को अपने ऊपर हावी नहीं होने देते वह किसी भी काम पर सीधा एक्शन करते हैं और अपने फियर के रूट तक जाते हैं और अपनी फिटनेस को वह अपने स्स्ट्रेज बनाते है , वह अपने स्ट्रोंग ्डिटरमिनेशन और विल पावर से अपने लाइफ के गोल को अचीव कर पाते हैं , और इन सब से बात निकल कर आती है कि कभी भी गिव अप ना करें ,
आज के लिए पर्सनालिटी डेवलपमेंट के बस इतने साइंस के बारे में बात करेंगे और भी बहुत सारे साइन है लेकिन सब कुछ एक ट्रक पर याद नहीं रहता इसलिए कभी कभी आगे आने वाले पार्ट पर मैं लिख दिया करूंगा,
बस यही थी मेरी जिंदगी में आज की सिख....
बस यही थी मेरी जिंदगी में आज की सिख....
1 टिप्पणियाँ
How To Improve Our Personality Development Hindi This article is very good Thanks, Sir!
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